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आनज के दाने का स्वाद

तुम जो ये सब उपकरण लाए हो समझ नहीं आता हमें, हमें तो समझ आता है बस वो अनाज के दाने का स्वाद उन खेतों की हरियाली घर की खुशहाली.. एक कर्ज जैसे दानव ने लगा दी आग, मातम में बदल गई हमारी खुशहाली बंजर पड़ गए हमारी हरियाली क्यों होता है ये हमारे साथ क्यों कुछ करता नहीं समाज, मजबूर तो हमारे ये हालात हैं, और कसूरवार तो ये पूरा समाज है ~किसान

क्या करोगे इस कुर्सी का

क्या करोगे इस कुर्सी का? कुर्सी ही तो सब कुछ है क्या करोगे इस सत्ता का? सत्ता भी तो सब कुछ है क्या करोगे इस देश का? हमसे ही तो देश है

जज़्बात कैसे बाय्यां करू

इस जज़्बात को कैसे बयां करू सब कुछ छूटा, सब कुछ टूटा तेरे इस्क की गहराइयों को जाना तेरे जज्बातों को पहचाना तेरे दिल के धड़कनों को माना इस जज़्बात को कैसे बयां करू..

I'm not angry, I am in pain

बहुत बातें बतानी थी तुमको बहुत चीज़े जाननी थी तुमको क्यों चुना था मैंने ये रास्ता क्यों तोड़ दिया हमने वास्ता तुमको तो पता भी ना था दर्द और गुस्सा अलग था Based on - "I am not angry, I am in pain"

तुम जो आंसु लेकर

तुम जो आंसु लेकर आते हो, उसकी कीमत पूछने वाले तुम कौन होते हो, तेरे आंखों की गहराई हूं मैं तेरे साये की परछाई हूं मैं तेरे आंसु क्या जाने इस गहराई को, जिनको काज़ल ही धोखा दिया करते हैं..

अरमान

अरमान बरकरार रहे ऐसी ज़िन्दगी नहीं होती और अरमान पूरे हो जाए ऐसी मौत नहीं होती चाहे मुकदर कितना भी रोके तुझे ऐसी तेरी शख्सियत नहीं होती

ऐसे नाकामियों को

ऐसे नाकामियों को छोड़ा नहीं करते दूसरो की रुष्वयिओ को लिया नहीं करते माना कि तुममें हुनर है तो ऐसे बाज़ार में प्रदर्शन नहीं किया करते दूसरो के दुनिया की सोचने वालो ऐसे आशियां उजाड़ा नहीं करते

मुशाफिर बनने को

कितने रास्ते छोर दिए आपने मेरे साथ रहने को, ना जाने कितने रास्ते बदले होंगे मैंने, एक तेरी राह का मुशाफिर् बनने को चला गया वक्त ये छोड़ने बदलने का, जब राह ही दोनों के बदल गए हो

नैन शरारत करते हैं

तेरे चेहरे की ये मुस्कुराहट तेरे होंठो की ये लाली तेरे घने रंगीले बाल तेरी ये चाल, कमाल, बवाल तेरा यूं इठलाना, बलखाना, शर्माना सब ज़बरदस्त लगते हैं  ना जाने तेरे ये नैन शरारत करते हैं

तुम अगर

तुम अगर साजिशें करोगे हमसे दूर जाने की उतने ही पास आता रहूंगा मैं तुम लाख़ कोशिश कर लो मेरा दिल तोड़ने की उतना ही तुमसे दिल लगाता रहूंगा मैं चाहे दुनिया से ही क्यों ना रुष्वाई कर लो उस दुनिया में भी चला जाऊंगा मैं अगर एक दिन पास आ गई मेरे तो इस दिल से कहीं जाने नहीं दूंगा मैं