काली पट्टी चढ़ी है सबके उपर
धर्म की काली पट्टी चढ़ी है सबके उपर
कोई मजहब नहीं बोलता, मेरे लिए तू कत्ल कर
क्या पुजारी क्या मोहम्मद, मानवता है सबके उपर
क्या बनाएगा पहचान तू इस दुनिया में,
इंसान ही है तो तेरी असली पहचान
धर्म की काली पट्टी चढ़ी है सबके उपर
कोई मजहब नहीं बोलता, मेरे लिए तू कत्ल कर
क्या पुजारी क्या मोहम्मद, मानवता है सबके उपर
क्या बनाएगा पहचान तू इस दुनिया में,
इंसान ही है तो तेरी असली पहचान
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