आखिर वो दिन
मैं रोता हूं आज भी उन ज़िंदगी के पल के लिये,
वो ज़ि्दगी के पल आख़िर छूट क्यों गए
वो आखिरी लम्हा रह क्यों गया
क्यों रुठ गया वो दोस्त
क्यों छूट गया वो रास्ता
जहां कभी हम जिया करते थे
उन गलियारों में दौड़ा करते थे
ये साली समय बहुत दोगली होती है
वो संसार ही छुड़वा देती है
वो आखिरी लम्हा रह क्यों गया
क्यों रुठ गया वो दोस्त
क्यों छूट गया वो रास्ता
जहां कभी हम जिया करते थे
उन गलियारों में दौड़ा करते थे
ये साली समय बहुत दोगली होती है
वो संसार ही छुड़वा देती है
Beautiful lines💕👌
ReplyDeleteThank you so much 🙏
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