मुखौटे का रंग

मुखोटो का रंग ही अतरंग होता है
रोने वाला रात में ख़ुशी से सोता है
हसने वाला रात में दुखी होता है

ये खेल ही कुछ ऐसा है प्यारे..
मुखौटे क्या हटा पाओगे खुद से
जो सब पर हावी होता है

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