बेव़ाई

आज वो हमसे प्यार करते हैं
कल किसी और के बाहों में थे
हमें वफाई का पाठ पढ़ाते हैं
जो ख़ुद बेवफ़ाई करते थे
साथ चलने के कास्मे-वादे
अभी भी खाती हो क्या
जो बीच रास्ते में ही
साथ छोड़ दिया करते थे

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